Axiom-4 Mission: निजी अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरिक्ष पर्यटन में साहसिक नया अध्याय शुरू किया!"

  • Published 2 months ago by Ankita Sharma
  • Share
Axiom-4 Mission

Axiom-4 Mission: रूपरेखा और महत्त्व

25/26 जून 2025 को स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा ड्रैगन अंतरिक्ष यान के साथ प्रक्षेपित Axiom-4 Mission (Ax-4), अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर भेजा गया चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन है। इस मिशन का उद्देश्य निम्न कक्षा (Low Earth Orbit) में निजी अनुसंधान को बढ़ावा देना और वाणिज्यिक अंतरिक्ष पर्यटन को प्रोत्साहित करना है।


Axiom-4: आयोजन संस्थान

एक्सियम स्पेस, ह्यूस्टन, टेक्सास (अमेरिका) में स्थित एक वाणिज्यिक एयरोस्पेस कंपनी है, जो एक्सियम-4 मिशन का आयोजन कर रही है।

मिशन का संगठन इस प्रकार है:

  • मिशन आयोजक: Axiom Space
  • लॉन्च प्रदाता: SpaceX (Crew Dragon यान और Falcon 9 रॉकेट का उपयोग)
  • सहयोगी संस्थाएं:
    • NASA: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुँच और डॉकिंग की सुविधा
    • ISRO (भारत): वैज्ञानिक पेलोड और अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण
    • ESA (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी): यूरोपीय अंतरिक्ष यात्रियों का समन्वय
    • पोलैंड और हंगरी की राष्ट्रीय एजेंसियाँ: अपने-अपने अंतरिक्ष यात्रियों के लिए सहायता

Ax-1 से Ax-4 तक की ये सभी मिशनें इतिहास में पहली वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्टेशन (Axiom Station) की नींव रखने का कार्य कर रही हैं।


चारों Axiom Missions की जानकारी:

Ax-1 (अप्रैल 2022)

  • महत्त्व: अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजा गया पहला पूर्णतः निजी मानव मिशन
  • क्रू: 4 सदस्य (कमांडर माइकल लोपेज़-एलेग्रिया सहित)
  • अवधि: 17 दिन (ISS पर ~15 दिन)
  • उद्देश्य: निजी अंतरिक्ष यात्रियों की क्षमता का परीक्षण एवं सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण प्रयोग
  • लॉन्च यान: SpaceX Falcon 9 व Crew Dragon

Ax-2 (मई 2023)

  • महत्त्व: पहली सऊदी महिला अंतरिक्ष यात्री का मिशन
  • नेतृत्व: पेगी व्हिटसन (पूर्व NASA अंतरिक्ष यात्री)
  • अवधि: 10 दिन
  • मुख्य बिंदु: सऊदी अरब की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को प्रोत्साहन, जैव विज्ञान, रोबोटिक्स, पृथ्वी अवलोकन प्रयोग

Ax-3 (जनवरी 2024)

  • महत्त्व: पूर्ण यूरोपीय क्रू वाला पहला मिशन
  • क्रू: स्पेन, इटली, स्वीडन और तुर्की के अंतरिक्ष यात्री
  • फोकस: यूरोपीय सहयोग, 30+ वैज्ञानिक प्रयोग
  • परिणाम: ESA सहयोग और निजी प्रशिक्षण में प्रगति

Ax-4 (जून 2025)

  • महत्त्व: भारत की 41 वर्षों बाद अंतरिक्ष में वापसी (विंग कमांडर शुभांशु शुक्ल)
  • क्रू: अमेरिका, भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री
  • अवधि: ~14 दिन
  • फोकस: सबसे बड़ा वैज्ञानिक पेलोड (60+ प्रयोग), अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक विज्ञान में बड़ा कदम

Axiom-4 Mission: महत्त्व

वैश्विक दृष्टिकोण से:

  • Axiom Station की ओर एक बड़ा कदम — अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के बाद पहली निजी कक्षा प्रयोगशाला
  • वैज्ञानिक खोजें: सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण पर शोध का उपयोग कृषि, दवा, और सामग्री विज्ञान में
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग: अमेरिका, भारत, यूरोप, पोलैंड और हंगरी के बीच कूटनीतिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाना
  • भविष्य के मिशनों के लिए नींव: जैसे NASA का Artemis मिशन, भारत का Gaganyaan और निजी प्लेटफॉर्म

भारत के लिए विशेष महत्व:

  • ऐतिहासिक क्षण: 1984 में राकेश शर्मा के बाद भारत का पहला अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय स्टेशन पर
  • गगनयान मिशन के लिए प्रशिक्षण: आपात प्रोटोकॉल, ऑर्बिटल ऑपरेशन, सूक्ष्म गुरुत्व विज्ञान की व्यवहारिक जानकारी
  • ISRO को अनुसंधान में बढ़त: 7 स्वदेशी प्रयोग (जैविक, भोजन, मांसपेशी अध्ययन)
  • रणनीतिक और कूटनीतिक लाभ: NASA, ESA व अन्य निजी संस्थाओं से सहयोग
  • प्रेरणा कारक: शुभांशु शुक्ल का “अंतरिक्ष में योग”, भारतीय भोजन, सोशल मीडिया के माध्यम से जनसंपर्क

Axiom-4 Mission: क्रू सदस्यों की जानकारी

नामभूमिकापृष्ठभूमिमहत्त्व
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (भारत)मिशन पायलटIAF टेस्ट पायलट (2000+ उड़ान घंटे), ISRO के गगनयान दल के सदस्य41 वर्षों बाद भारत की वापसी, गगनयान की तैयारी
पेगी व्हिटसन (अमेरिका)मिशन कमांडरNASA की पूर्व अंतरिक्ष यात्री, अमेरिका की सबसे अनुभवी (675 दिन अंतरिक्ष में), Ax-2 की नेताअनुभव व तकनीकी नेतृत्व
तिबोर कापू (हंगरी)मिशन स्पेशलिस्टहंगरी के पहले ISS अंतरिक्ष यात्रीहंगरी की अंतरिक्ष उपस्थिति
स्लावोश उज़नांस्की-विस्निवेस्की (पोलैंड)मिशन स्पेशलिस्टCERN के भौतिक विज्ञानी, ESA के रिज़र्व अंतरिक्ष यात्रीपोलैंड का पहला ISS मिशन, ESA सहयोग बढ़ाना

Axiom-4 Mission: प्रमुख तथ्य

  • प्रक्षेपण: 25 जून 2025, 2:31 AM EDT (12:01 PM IST), Kennedy Space Center, LC-39A
  • डॉकिंग: 26 जून को ~4:30 PM IST, ISS के हार्मनी पोर्ट पर
  • अवधि: लगभग 14 दिन
  • वैज्ञानिक अध्ययन: ~60 प्रयोग, जैसे — माइक्रो एल्गी की वृद्धि, मांसपेशी अपक्षय, माइक्रोग्रैविटी का असर, स्क्रीन का मानसिक प्रभाव, बीज और टार्डिग्रेड पर प्रयोग

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

Axiom मिशन 4 क्या है?
Axiom मिशन 4 (Ax-4) NASA और SpaceX के सहयोग से किया गया चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन है जो ISS की ओर प्रक्षेपित किया गया है।

Axiom 4 के लिए नामित भारतीय अंतरिक्ष यात्री कौन हैं?
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को Axiom-4 मिशन के लिए चुना गया है।

Axiom-4 मिशन के पायलट कौन हैं?
Axiom-4 मिशन के पायलट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला हैं, जो भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं।

Read in English

ALSO READ: SDG REPORT 2025

ALSO READ: GLOBAL GENDER GAP INDEX 2025

You might also like...

Subscribe to Our Newsletter

Stay updated with our daily newsletter. Get the latest news delivered straight to your inbox.

Subscription Form

Connect with us on social media for the latest updates and engaging content. Follow us on Facebook, Twitter, Instagram, and LinkedIn.

Address

  • Kushinagar, Uttar Pradesh, India
  • info@khabarin24.com

© 2024 Khabarin24. All rights reserved. | Designed By : Ankivo